अधिकारियों की लापरवाही से स्कूलों की व्यवस्था बिगड़ी

 

सात स्कूलों के निरीक्षण में तीन स्कूलों में शिक्षक अनुपस्थित

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एक स्कूल में प्रधान पाठक नदारत तो तीन स्कूल अतिथि शिक्षक संभाले थे 

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जहां शिक्षक नहीं पहुंचे वहां बच्चों को पढ़ाया

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सिवनी मालवा । तहसील के 35 से 40 किमी दूर आदिवासी अंचलों में शासकीय स्कूलों के शिक्षक और शैक्षणिक स्थिति का जायज़ा लेने शनिवार को एसडीएम सरोज सिंह परिहार ने सुबह 11 बजे औचक निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान सात स्कूलों में  से तीन स्कूलों में शिक्षक अनुपस्थित मिले, एक स्कूल में प्रधान पाठक नदारत मिले और तीन स्कूल अतिथि शिक्षक स्कूल संभाले थे ।

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निरीक्षण में सातों विद्यालय में शिक्षकों की भारी लापरवाही सामने आई। निरीक्षण के दौरान ग्राम नर्री की प्राथमिक शाला और माध्यमिक शाला मैं विद्यार्थी तो आए हुए थे विद्यार्थी नहीं स्कूल का ताला खुला था लेकिन 11:00 बजे तक शिक्षक नहीं पहुंच पाए थे । यही स्थिति प्राथमिक शाला केवलाझिर की थी जिसमें एक भी शिक्षक उपस्थित नहीं था जबकि स्कूल में बच्चों की उपस्थिति अच्छी थी । जो की शिक्षकों का इन्तजार कर रहे थे ।  जिससे जाहिर हुआ कि विद्यालय संचालन केवल कागजों पर चल रहे हैं । इसके अलावा, शासकीय माध्यमिक शाला पीपलगोटा एवं एकीकृत माध्यमिक शाला भाबंदा में कुल तीन शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। वहीं शासकीय माध्यमिक शाला बारासेल में विद्यालय के प्रधान पाठक स्वयं उपस्थित नहीं थे ।

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शिक्षा और शैक्षणिक व्यवस्था के लिए ग्राउंड लेवल तक अधिकारी, फिर भी घोर लापरवाही

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विकासखंड में शिक्षा और शिक्षकों पर नियंत्रण रखने के लिए जन शिक्षक,  बीएससी,  वीएलसी, संकुल प्राचार्य, जन शिक्षा केंद्र प्रभारी, बीआरसी, वीडीओ सहित ऐसे अधिकारी हैं जो सिर्फ व्यवस्थाएं देखते हैं शालाओं में बच्चों को नहीं पढ़ाते । जब ग्राउंड लेवल पर शिक्षा और शिक्षक की यह स्थिति है तो मतलब साफ है की मॉनिटरिंग करने वाले अधिकारी अपने कर्तव्य का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं कर रहे हैं ।

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लापरवाही पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें निलंबन भी शामिल है

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शिक्षा और शिक्षकों की गंभीर लापरवाही को देखते हुए एसडीएम सरोजसिंह परिहार ने मौके पर ही नाराजगी जताई ।  उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “आदिवासी अंचलों में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर शासन की मंशा स्पष्ट है। लेकिन यदि शिक्षक ही अपने कर्तव्यों से चूकेंगे तो बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उन्होंने लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों की जानकारी शिक्षा विभाग सहित कलेक्टर को दी जायेगी। साथ ही शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया है कि वे ऐसे विद्यालयों की सतत निगरानी करें और समय-समय पर निरीक्षण सुनिश्चित करें। साथ ही चेतावनी दी गई कि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें निलंबन तक की संस्तुति शामिल हो सकती है। एसडीएम ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे और शिक्षकों की जवाबदेही तय की जाएगी

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