अभी से बूंद बूंद पानी के लिए तरसने लगे ग्राम मानपुर के ग्राम आदिवासी
😭
नल जल योजना ठप्प, हेंड पम्प निकाल ले गया विभाग
😭
सरपंच और सचिव असहाय बने : आदिवासी करेंगे आदोलन
😭
नर्मदा केसरी न्यूज़ नेटवर्क के लिए विजयसिंह ठाकुर की विशेष रिपोर्ट
😭
तहसील की ग्राम पंचायत महुआढाना के अंतर्गत आने वाले आदिवासी ग्राम मानकपुर के ग्रामीण जन पानी के लिए अभी से ही तरसने लगे हैं । दरअसल नल जल योजना शुरू होने के कारण पीएचई विभाग ने हैंडपंप पर ध्यान देना बंद कर दिया और ग्राम के सभी हैंडपंप मृत हो गए । 1 साल पहले रोड बनने के कारण तीन स्थानों से नल जल योजना की पाइपलाइन टूटने से पेयजल व्यवस्था भी बंद हो गई अब आदिवासी लोग बूंद बूंद पानी के लिए परेशान है ।
😭
पीएचई विभाग के हैंडपंप और नल जल योजना दोनों ही बंद पड़े

ग्राम मानपुर में पहले से ही छह हैंड पंप लगे हुए थे जो चालू भी थे किंतु शासन की योजना के अनुसार गांव में नल जल योजना चालू कर दी गई इस योजना के अंतर्गत घर-घर पानी पहुंच भी लेकिन एक साल पहले बनने वाले रोड के कारण खुदाई होने से तीन जगह से नल जल योजना की में पाइपलाइन टूट गई जिस पर ना तो ठेकेदार नहीं ध्यान दिया और ना ही ग्राम पंचायत में ऐसी स्थिति में रोड तो बन गई लेकिन नल जल योजना बंद हो गई अब हैंडपंप भी बंद पड़े हैं और नल जल योजना भी बंद पड़ी है जिसके कारण ग्राम मानपुर के आदिवासी बूंद बूंद पानी के लिए परेशान हैं ।
🌀
शिकायत करने के बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही
पेयजल व्यवस्था की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने जनपद पंचायत और पीएचई विभाग में शिकायत भी की लेकिन आदिवासियों की इस शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि परेशान होकर आदिवासी नल जल योजना के बोरवेल से पानी निकाल कर अपनी पेयजल की समस्या का समाधान कर रहे हैं । ग्राम में बिजली भी नहीं आती है। ग्रामवासियों ने बताया कि शाम को 5_6 बजे बिजली आती है। तब ग्राम में लगे एकमात्र नलकूप से पीने का लाते हैं ।
🌀
पंचायत सचिव संतोष कुमार रघुवंशी ने बताया कि मानकपुर की नल जल योजना ग्राम पंचायत के हैंडोवर है मेन रोड का निर्माण करते समय पाइपलाइन टूटी है । पाइपलाइन अधिक गहराई में होने के कारण यह पता लगाना कठिन हो रहा है कि पाइपलाइन कहां-कहां से टूटी है इसलिए पाइपलाइन का सुधार जाना संभव नहीं हो पा रहा है ।








